सांगरी - लाजवाब और पोष्टिक सब्जी

 

सांगरी

परिचय:

राजस्थान में एक बहुत ही लाजवाब और पोष्टिक सब्जी है जिसको सांगरी बोलते, जो खेजड़ी नाम के वृक्ष मे लगती है। प्रचुर मात्रा में खेजड़ी के पेड़ से प्राप्त यह साधारण सी सांगरी राजस्थानी व्यंजनों में एक विशेष स्थान रखती है और इसकी पहचान विदेशो तक, जो स्वाद और पोष्टिकता मामले मे अपना एक विशेष पहचान रखती है। सांगरी का राजस्थानी सांस्कृतिक और इतिहासिक महत्व भी है। इसके पोष्टिक तत्व बहुत शुद्ध होते हें क्योकि खेजड़ी के पेड़ मे किसी तरह का रासायनिक उर्वर्को का उपयोग नहीं किया जाता है।

सांगरी - लाजवाब और पोष्टिक सब्जी
खेजड़ी का पेड़ 

सांगरी की सबज़ी शादियो, विशेष आयोजनो और होटलो मे राजस्थानी पकवानो मे मुख्य रूप मे परोशी जाती हें और लोग चाव से खाते हें, बनावट का एक अनूठा मिश्रण पेश करती है जो पीढ़ियों से लोगों को पसंद आती है।
सांगरी की लाजवाब और पोष्टिक सब्जी
सांगरी

1: सांगरी का इतिहासिक मूल्य

सांगरी के पीछे की कहानी इसका का लचिलापन खेजड़ी वृक्ष (प्रोसोपिस सिनेरिया) से जुड़ी हैं, जो राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके का मूल निवासी है। खेजड़ी पेड़ की फलियाँ, जिन्हें सांगरी के नाम से जाना जाता है, जो राजस्थान के सांस्कृतिक लोकाचार में निहित स्थिरता और संसाधनशीलता की भावना का प्रतीक हैं। राजस्थानी रसोई में एक मुख्य सब्जी के रूप में सांगरी राजस्थान के लोगों की चाह और उनके प्राकृतिक प्यार के बीच गहरे संबंध को दर्शाती है, जो रेगिस्तानी समुदायों के लचीलेपन और सरलता के प्रमाण के रूप जानी जाती है।

2: सांगरी का पकवानो में उपयोग 

राजस्थान की रसोई में सांगरी एक मुख्य सब्जी के रूप में रूप मे जानी जाती है, जो असंख्य व्यंजनों मे अपना विशिष्ट स्वाद और पोष्टिकता प्रदान करती है। कड़ी  और स्वादिष्ट सब्ज़ियों से लेकर दिल को छू लेने वाली सब्जी, सांगरी पारंपरिक राजस्थानी व्यंजन में स्वादिस्टा और पोष्टिकता की मिसाल बनती है। चाहे मसालेदार सब्जी हो या मौसमी सब्जियों के साथ मिलाया गया हो, सांगारी अपनी मिट्टी की सुगंध और मजबूत स्वाद के साथ हर किसी को मोहित कर लेती है, जिससे यह राजस्थानी घरों में एक पसंदीदा सब्जी मनी जाती है।

3: सांगरी के पोशाक तत्व  

सांगरी प्रभावशाली पोशाक तत्वो से भी भरपूर होती है, जो प्रोटीन, फाइबर और आवश्यक पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा प्रदान करती है। प्रोटीन आधारित स्रोत के रूप में संगारी जीविका और ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे यह शाकाहारी भोजन के लिए एक आदर्श अतिरिक्त बन जाता है। सांगरी की फाइबर सामग्री पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है, जो सम्पूर्ण स्वस्थ्य लाभ और शारीरिक शक्ति में योगदान करती है।

4: सांगरी की मिक्स सब्जी बनाना: 

जो सांगरी के साथ दूसरी सब्जी को मिला कर बनाने के इच्छुक हैं, खाना पकाने की कला में जानकारी होना आवश्यक है क्योकि सांगरी आली और सुखी दोनों ही तरीके की होती हें। सांगरी को पानी में उबालकर इसकी बनावट को फिर से हाइड्रेट और नरम करने से शुरुआत करें, स्वादिष्ट सब्जी बनेंगी, संगारी के स्वाद और सुगंध की पूरी क्षमता को रखने के लिए, धीमी आंच पर पकाने से लेकर तुरंत भूनने तक, पकाने की तकनीकों के साथ प्रयोग करें। सांगरी की प्राकृतिक खाने के स्वाद को बढ़ाने और मन को प्रसन्न करने वाले व्यंजन बनाने के लिए जीरा, धनिया और लाल मिर्च सामिल जरूर करे।

5: परंपरा को बनाए रखने के लिए: खजड़ी की अंधाधुंध कटाई इसकी धीरे धरे लुपता की ले जा रही हें, राजस्थान के पकवानो की विरासत के संरक्षक के रूप में सांगारी और खेजड़ी पेड़ के भविष्य की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। जिससे हम आने वाली पीढ़ियों के लिए संगारी की निरंतर प्रचुरता सुनिश्चित कर सकते हैं। आइए हम राजस्थान के इस पेड़ को बचाने की समूहिक पहल करे और प्रकृति के प्रीति अपनी जीमेदारी निभाए जो हमारी प्रकर्तिक, सांस्कृतिक पहचान है।

निष्कर्ष: राजस्थान के पकवानो के परिदृश्य की रंगीन टेपेस्ट्री में सांगरी एक परंपरा, स्थिरता और लजीज व्यंजन के प्रतीक के रूप में खड़ी है। आइए हम उन समृद्ध स्वादों और सांस्कृतिक विरासत का स्वाद लें जो राजस्थानी व्यंजनों को परिभाषित करते हैं। साधारण सांगारी से लेकर राजसी खेजड़ी वृक्ष तक, राजस्थान के पाक खजानों के प्रति हमारी सराहना गहरी हो, इस भूमि और इसके लोगों के प्रति जुड़ाव और श्रद्धा की भावना को बढ़ावा मिले।

सांगरी की सब्जी स्वाद के साथ-साथ इनके पोशाक तत्व स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते है:

खनिजों से भरपूर: सांगरी विभिन्न शारीरिक कार्यों के लिए आवश्यक खनिजों तत्वो का एक अच्छा स्रोत है। पोटेशियम, जो ब्लड प्रेसर को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है, मांसपेशियों और तंत्रिका कार्यों के लिए मैग्नीशियम, हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम, रोगपरतिरोधक छमता के लिए जिंक और लाल रक्त कोशिका उत्पादन के लिए आयरन।

फ़ाइबर और प्रोटीन: सांगरी अच्छी मात्रा में आहारीय फ़ाइबर प्रदान करता है, जो पाचन में सहायता करता है और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसमें कुछ प्रोटीन भी होता है, जो लंबे समय तक भूख का अनुभव नहीं होने देते है और कोशिका वृद्धि और मरम्मत में सहायता करता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करना: सांगरी में सैपोनिन नाम का यौगिक होते हें, जो कोलेस्ट्रॉल कम करने मददगार हो सकते हैं। सैपोनिन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है।

यदि आप सांगरी को अपने आहार में शामिल करना चाह रहे हैं, तो उनकी पाचनशक्ति में सुधार के लिए पकाने से पहले सुखी सांगरी पानी मे भिगोकर सब्जी बनाना चाहिए।

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Disclaimer –

यह लेख केवल जानकारी केई लिए हें, न कि उपचार केई लीये


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